योग गरौ। ध्यान गरौ नगरौ मध्यपान, नगरौ धुम्रपान। गिता पढौ ज्ञान बाडौ नगरौ हड्बड, नगरौ गड्बड। आखा खोलौ मुख बोलौ। मान्छे चीनौ, बस्तु किनौ। कता जान्छौं खोजौ के जतै झलमल, मनै अलमल। पेट भरी मन परि नखानु है खान, मोटाउला नि ज्यान। कुरा काट्दै मन फाड्दै किन बस्नु तर्किदै?, माया सर्किदै। माया गरौ भरमा परौ। मीठो बोलौ, लहै.....आँखा...नतरौ।😊 - सुदर्शन
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